14 साल का एक लड़का, जिसने क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचा दिया, वो है Vaibhav Suryavanshi। आईपीएल 2025 में गुजरात टाइटंस के खिलाफ सिर्फ 35 गेंदों में शतक ठोककर इस लड़के ने सबको हैरान कर दिया। हर तरफ बस Vaibhav Suryavanshi की ही बात हो रही है। उनके बचपन के कोच मनीष ओझा ने तो बड़ा दावा कर दिया कि ये लड़का एक-दो साल में भारतीय टी20 टीम में होगा। चलो, Vaibhav Suryavanshi की कहानी को आसान और मस्त भाषा में समझते हैं, जैसे दोस्तों में गप्पे मारते हैं।
वैभव सूर्यवंशी कौन हैं?
Vaibhav Suryavanshi बिहार के समस्तीपुर के मोतीपुर गांव का एक साधारण सा लड़का है। 14 साल की उम्र में वो क्रिकेट में वो कमाल कर रहा है, जो बड़े-बड़े खिलाड़ी नहीं कर पाते। Vaibhav Suryavanshi ने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए सबसे कम उम्र में शतक बनाया। उनकी पारी में 11 छक्के और 7 चौके थे, जिसने गुजरात टाइटंस की गेंदबाजी को धो डाला।
आईपीएल 2025 में वैभव का ऐतिहासिक शतक
28 अप्रैल 2025 को जयपुर में Vaibhav Suryavanshi ने कमाल कर दिया। गुजरात टाइटंस के खिलाफ सिर्फ 35 गेंदों में शतक ठोक दिया। ये आईपीएल का दूसरा सबसे तेज शतक था। Vaibhav Suryavanshi अब टी20 क्रिकेट में शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। उनकी 38 गेंदों में 101 रनों की पारी ने राजस्थान रॉयल्स को 210 रनों का टारगेट 15.5 ओवर में ही पूरा करवा दिया। इस धमाकेदार पारी के लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ भी मिला।
कोच मनीष ओझा का बड़ा दावा
Vaibhav Suryavanshi के कोच मनीष ओझा को अपने शिष्य पर बहुत गर्व है। उन्होंने कहा, “मेरे लिए ये गर्व का पल है। बिहार जैसे राज्य के लिए, जहां खेल में ज्यादा नाम नहीं है, Vaibhav Suryavanshi एक चमकती किरण है।” मनीष सर ने दावा किया कि अगर Vaibhav Suryavanshi ऐसे ही खेलता रहा, तो एक-दो साल में भारतीय टी20 टीम में उसकी जगह पक्की है।
वैभव का क्रिकेट सफर: शुरुआत से शिखर तक
Vaibhav Suryavanshi ने 5 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया। उनके पापा संजीव सूर्यवंशी ने उनके जुनून को देखा और पूरा साथ दिया। पापा ने खेती की जमीन बेचकर Vaibhav Suryavanshi की ट्रेनिंग का खर्च उठाया। पटना में कोच मनीष ओझा ने उनकी प्रतिभा को निखारा। वैभव रोज 600 गेंदें खेलते थे।
2023 में वीनू मांकड़ अंडर-19 टूर्नामेंट में Vaibhav Suryavanshi ने 393 रन बनाए। 2024 में ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ 58 गेंदों में शतक ठोका, जो अंडर-19 टेस्ट में सबसे तेज शतक था। अंडर-19 एशिया कप में भी दो अर्धशतक बनाकर भारत को फाइनल तक ले गए।
वैभव की बल्लेबाजी शैली: बेखौफ और आक्रामक
Vaibhav Suryavanshi की बल्लेबाजी देखकर मजा आ जाता है। वो बिल्कुल बेखौफ खेलता है। कोच मनीष बताते हैं कि वैभव को छक्के मारना बहुत पसंद है। एक बार प्रैक्टिस में कोच ने पूछा, “एक-दो रन क्यों नहीं लेता?” वैभव ने मस्त जवाब दिया, “छक्के मार सकता हूं, तो एक-दो रन की क्या जरूरत?” Vaibhav Suryavanshi का यही अंदाज उसे खास बनाता है।
बिहार के लिए गर्व का पल
Vaibhav Suryavanshi की इस कामयाबी ने बिहार का सीना चौड़ा कर दिया। बिहार में क्रिकेट ज्यादा मशहूर नहीं है, लेकिन वैभव ने बिहार को क्रिकेट के नक्शे पर ला दिया। उनके शतक के बाद समस्तीपुर और पटना में लोग सड़कों पर उतर आए। आतिशबाजी हुई, जश्न मना। बिहार के बड़े नेताओं ने भी वैभव सूर्यवंशी की तारीफ की।
वैभव और यशस्वी जायसवाल: एक सकारात्मक जोड़ी
Vaibhav Suryavanshi के साथ ओपनिंग करने वाले यशस्वी जायसवाल ने भी उनकी बहुत मदद की। वैभव कहते हैं, “यशस्वी भैया के साथ बल्लेबाजी करने में मजा आता है। वो हमेशा हौसला बढ़ाते हैं।” यशस्वी की सलाह ने Vaibhav Suryavanshi को मैदान पर और कॉन्फिडेंट बनाया।
राहुल द्रविड़ और राजस्थान रॉयल्स का योगदान
राजस्थान रॉयल्स के कोच राहुल द्रविड़ ने Vaibhav Suryavanshi की प्रतिभा को देखा और उन्हें मौका दिया। द्रविड़ सर ने कहा कि उनकी टीम वैभव को और बेहतर बनाने में मदद करेगी। बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर ने भी कहा कि वैभव सूर्यवंशी की ताकत और टैलेंट कमाल का है।
वैभव की प्रेरणा: पिता का बलिदान
Vaibhav Suryavanshi की कामयाबी के पीछे उनके पापा संजीव सूर्यवंशी का बहुत बड़ा हाथ है। पापा ने 5 साल की उम्र से वैभव को नेट प्रैक्टिस करवाई। कोरोना में प्रैक्टिस न रुके, इसलिए घर पर नेट लगवाया। वैभव की ट्रेनिंग के लिए पापा ने अपनी जमीन तक बेच दी। वैभव कहते हैं, “मेरी हर कामयाबी पापा की वजह से है।”
क्या वैभव पर है उम्र को लेकर विवाद?
Vaibhav Suryavanshi की इतनी कम उम्र में बड़ी कामयाबी देख कुछ लोग उनकी उम्र पर सवाल उठा रहे हैं। लेकिन उनके पापा ने साफ कहा कि वैभव का बोन टेस्ट हो चुका है, जो उनकी उम्र साबित करता है। सीनियर टीम में सिलेक्शन के वक्त भी बोन टेस्ट होगा, जो सारे शक दूर कर देगा।
वैभव का भविष्य: भारतीय टी20 टीम में जगह?
कोच मनीष ओझा का दावा है कि वैभव सूर्यवंशी जल्द ही भारतीय टी20 टीम में होगा। वैभव पहले ही अंडर-19 और रणजी ट्रॉफी में कमाल कर चुके हैं। उनकी धुआंधार बल्लेबाजी टी20 के लिए एकदम फिट है। क्रिकेट एक्सपर्ट भी मानते हैं कि Vaibhav Suryavanshi का भविष्य बहुत बड़ा है।
वैभव की उपलब्धियां: एक नजर
उपलब्धि | विवरण |
---|---|
सबसे कम उम्र का आईपीएल शतक | 14 साल 32 दिन में 35 गेंदों में शतक |
सबसे तेज भारतीय आईपीएल शतक | 35 गेंदों में शतक, यूसुफ पठान का रिकॉर्ड तोड़ा |
अंडर-19 टेस्ट में सबसे तेज शतक | ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 58 गेंदों में शतक |
लिस्ट-ए में सबसे कम उम्र का अर्धशतक | विजय हजारे ट्रॉफी में 42 गेंदों में 71 रन |
अंडर-19 एशिया कप 2024 | 5 मैचों में 176 रन, 2 अर्धशतक |

वैभव से प्रेरणा: युवा क्रिकेटरों के लिए सबक
वैभव सूर्यवंशी की कहानी हर उस लड़के-लड़की के लिए प्रेरणा है, जो क्रिकेट में कुछ बड़ा करना चाहता है। वैभव ने दिखाया कि मेहनत और जुनून हो, तो उम्र कोई मायने नहीं रखती। बिहार जैसे छोटे जगह से निकलकर Vaibhav Suryavanshi ने दुनिया को बता दिया कि सपने सच हो सकते हैं।
Fastest 100 in IPL: क्रिस गेल से वैभव तक, टॉप 5 शतकवीरों की धमाकेदार लिस्ट
निष्कर्ष: वैभव सूर्यवंशी – भारत का उभरता सितारा
Vaibhav Suryavanshi ने इतनी छोटी उम्र में जो किया, वो किसी करिश्मे से कम नहीं। उनके कोच का दावा कि वो भारतीय टी20 टीम में जल्द दिखेंगे, बिल्कुल सही लगता है। बिहार का ये लड़का क्रिकेट की दुनिया में चमक रहा है और आगे भी बड़े-बड़े रिकॉर्ड तोड़ेगा। तुम्हें क्या लगता है, वैभव सूर्यवंशी भारतीय क्रिकेट का अगला सुपरस्टार बनेगा? अपनी राय जरूर बताओ!
1 thought on “Vaibhav Suryavanshi के कोच का दमदार बयान, 14 साल के स्टार पर बड़ा दावा”