हरभजन सिंह ने Asia Cup 2025 से पहले ऐसा बयान दिया है कि हर जगह हलचल मच गई है! उन्होंने साफ-साफ कहा कि जब तक भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते ठीक नहीं होते, तब तक क्रिकेट का मैदान गर्म नहीं होना चाहिए। ये बात उन्होंने मुंबई में एक इवेंट में कही, जहां वो Asia Cup 2025 के बहुप्रतीक्षित भारत-पाक मैच की बात कर रहे थे।
एशिया कप 2025: क्या भारत-पाक मुकाबला होगा फीका?
Asia Cup 2025 का बिगुल 9 सितंबर से यूएई में बजने वाला है। 14 सितंबर को दुबई में भारत और पाकिस्तान का हाई-वोल्टेज मुकाबला होगा। लेकिन इस बार का माहौल थोड़ा अलग है। इस साल अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमले और भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है। इस वजह से कुछ लोग चाहते हैं कि Asia Cup 2025 में ये मैच न हो। सुप्रीम कोर्ट में भी इसको रद्द करने की याचिका लगी थी, पर कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। तो, क्या ये मैच पहले जैसी धमक दिखा पाएगा, या तनाव की छाया इसकी चमक फीकी कर देगी?
भज्जी की दो टूक: क्रिकेट के लिए चाहिए दिलों का मेल!
हरभजन सिंह, जिन्हें प्यार से भज्जी कहते हैं, ने बिल्कुल सीधी बात कही। उनके लिए क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, बल्कि भावनाओं का मेला है। उन्होंने कहा, “मेरे हिसाब से, जब तक दोनों देशों के बीच रिश्ते नहीं सुधरते, न क्रिकेट होना चाहिए, न व्यापार। लेकिन ये मेरी सोच है। अगर सरकार कहे कि Asia Cup 2025 में खेलना है, तो खेलना चाहिए।” भज्जी ने भारतीय सैनिकों का जिक्र करते हुए कहा कि सीमा पर हमारे जवान देश की रक्षा कर रहे हैं, उनके बलिदान के सामने क्रिकेट छोटी चीज है। ये बात दिल को छू गई!
भारत-पाक मैच का इंतज़ार: हरभजन ने क्यों कहा ऐसा?
हरभजन का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत-पाक क्रिकेट पहले से ही चर्चा में रहता है। 2008 के मुंबई हमले के बाद से दोनों देशों के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं हुई। सिर्फ Asia Cup 2025 जैसे बड़े टूर्नामेंट में ही दोनों टीमें भिड़ती हैं। हरभजन ने हाल ही में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में पाकिस्तान के खिलाफ मैच न खेलने का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि देश का सम्मान पहले आता है। साथ ही, उन्होंने भारतीय मीडिया से अपील की कि वो पाकिस्तानी खिलाड़ियों के बयानों को ज्यादा तवज्जो न दें, ताकि बेवजह का विवाद न बढ़े।
एशिया कप से पहले हलचल: क्या बदलेगी क्रिकेट की तस्वीर?
Asia Cup 2025 में भारत और पाकिस्तान एक ही ग्रुप में हैं, जिसमें यूएई और ओमान भी हैं। ये टूर्नामेंट यूएई में हो रहा है, क्योंकि दोनों देश एक-दूसरे की मेजबानी नहीं करते। बीसीसीआई और पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल अपनाया है, जिसके तहत तटस्थ जगहों पर मैच होते हैं। हरभजन के बयान ने इस टूर्नामेंट को और रोमांचक बना दिया है। क्या Asia Cup 2025 क्रिकेट के इतिहास में नया मोड़ लाएगा, या ये सिर्फ एक और हाई-वोल्टेज मैच होगा?
भारत-पाक क्रिकेट का इतिहास
- पिछली भिड़ंत: आखिरी बार दोनों टीमें 2012 में द्विपक्षीय सीरीज में मिली थीं।
- आईसीसी और एशिया कप: इन टूर्नामेंट्स में भारत ने ज्यादातर बार पाकिस्तान को हराया है।
- तनाव का असर: राजनीतिक तनाव की वजह से क्रिकेट सिर्फ मैदान तक सीमित नहीं रहता।
क्यों है Asia Cup 2025 खास?
विशेषता | विवरण |
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तारीख | 14 सितंबर 2025, दुबई |
महत्व | पहलगाम हमले के बाद पहला भारत-पाक मुकाबला |
प्रशंसकों की उम्मीद | हाई-वोल्टेज मुकाबले के लिए बेताबी, लेकिन तनाव की छाया |
हरभजन का रुख | रिश्ते सुधरें, तभी क्रिकेट हो |
निष्कर्ष: क्रिकेट और रिश्तों का मेल
Asia Cup 2025 का भारत-पाक मुकाबला सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि दो देशों की भावनाओं का संगम है। हरभजन सिंह का बयान हमें सोचने पर मजबूर करता है कि क्या क्रिकेट को राजनीति से अलग रखना चाहिए? या फिर रिश्तों की गर्माहट के बिना ये खेल अधूरा है? प्रशंसक बेसब्री से इस मैच का इंतज़ार कर रहे हैं, लेकिन हरभजन की बात ने एक नई बहस छेड़ दी है। Asia Cup 2025 में क्या होगा, ये तो वक्त बताएगा, लेकिन भज्जी की ये बात हर क्रिकेट फैन के दिल में गूंज रही है!