लीड्स टेस्ट में भारत और इंग्लैंड का मैच देखकर हर फैन का दिल टूट गया। जसप्रीत बुमराह ने गजब की गेंदबाजी की, लेकिन खराब फील्डिंग ने सारा खेल बिगाड़ दिया। 6 कैच छोड़े गए और भारत बैकफुट पर चला गया। मैंने ये मैच देखा और सोचा, आखिर फील्डिंग में इतनी गड़बड़ क्यों? चलो, आसान और मसालेदार हिंदी में बात करते हैं, जैसे दोस्तों के साथ क्रिकेट की गप्पें मारते हैं। ये लेख poor fielding पर है, जो गूगल की रैंक 1 पोजीशन के लिए तैयार है।
जसप्रीत बुमराह का बयान: खराब फील्डिंग पर सवाल!
बुमराह भाई ने तीसरे दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल की बात कही। बोले, “कोई जानबूझकर कैच नहीं छोड़ता, लेकिन गेंद कभी-कभी दिखती नहीं।” उनके चेहरे पर गुस्सा और मायूसी दोनों थी। Poor fielding की वजह से उनकी मेहनत पर पानी फिर गया।
- बुमराह ने 5 विकेट लिए, लेकिन 4 कैच उनके ही छोड़े गए।
- वो फील्डर्स को डांटना नहीं चाहते, पर साफ है कि उन्हें सुधार चाहिए।
मुझे लगता है, बुमराह का ये बयान पूरी टीम के लिए एक चेतावनी है। क्या तुम्हें नहीं लगता कि poor fielding ने भारत को मुश्किल में डाल दिया?
6 कैच छोड़े: भारत की फील्डिंग में क्या कमी?
6 कैच छोड़ना कोई छोटी बात नहीं! Poor fielding की वजह से इंग्लैंड ने बड़ा स्कोर खड़ा कर लिया। यशस्वी जायसवाल ने 3 और जडेजा ने 1 कैच टपकाया।
खिलाड़ी | छोड़े गए कैच | पोजीशन |
---|---|---|
यशस्वी जायसवाल | 3 | स्लिप |
रविंद्र जडेजा | 1 | मिड-ऑन |
अन्य | 2 | अलग-अलग |
कमियां क्या थीं?
- स्लिप में गलतियां: यशस्वी को स्लिप में रखना गलत फैसला था। वो तैयार नहीं दिखे।
- ध्यान की कमी: फील्डर्स का फोकस बार-बार भटक रहा था।
- कम प्रैक्टिस: स्लिप फील्डिंग की प्रैक्टिस कम हुई, ये साफ दिखा।
Poor fielding ने इंग्लैंड को 465 रन बनाने दिए, जो भारत के 471 से बस 6 रन कम था।

IND vs ENG: बुमराह ने बताया हार का कारण?
बुमराह ने साफ-साफ तो नहीं कहा, लेकिन poor fielding ही हार की बड़ी वजह थी। इंग्लैंड के ओली पोप और हैरी ब्रूक को कई बार जीवनदान मिला।
- ब्रूक को 0, 46 और 82 पर कैच छोड़े गए।
- बुमराह अकेले लड़ते रहे, बाकी गेंदबाजों ने कोई विकेट नहीं लिया।
- कोच गंभीर और बुमराह में रणनीति पर बहस हुई, जो सही नहीं था।
मैंने सोचा, अगर poor fielding न होती, तो भारत 100-150 रन आगे होता। तुम क्या कहते हो?
लीड्स टेस्ट: टीम इंडिया की फील्डिंग पर संकट!
लीड्स में poor fielding ने भारत को संकट में डाल दिया। तीसरे दिन भारत को 96 रन की लीड मिली, लेकिन कैच छोड़ने से इंग्लैंड ने वापसी कर ली।
- यशस्वी की स्लिप में गलतियां फैंस को चुभीं।
- बार-बार कैच छोड़ने से फील्डर्स का हौसला टूट गया।
- इंग्लैंड ने इन गलतियों का फायदा उठाकर दबाव बनाया।
सचिन ने कहा, “अगर कैच पकड़े जाते, तो बुमराह 9 विकेट ले सकते थे।” Poor fielding ने सारा मजा किरकिरा कर दिया।
बुमराह की चेतावनी: फील्डिंग में सुधार जरूरी!
बुमराह ने साफ चेतावनी दी, “अगर हमें सीरीज जीतनी है, तो poor fielding को ठीक करना होगा।”
- स्लिप फील्डर्स को ज्यादा प्रैक्टिस चाहिए।
- यशस्वी जैसे युवा खिलाड़ियों को सीनियर्स की मदद लेनी होगी।
- कोच को फील्डिंग की रणनीति बदलनी पड़ेगी।
मुझे याद है, 2018 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया में फील्डिंग सुधारी थी, तो जीत मिली थी। क्या इस बार भी ऐसा होगा?
निष्कर्ष: भारत को अब जागना होगा!
लीड्स टेस्ट में poor fielding ने भारत को मुश्किल में डाला। बुमराह की मेहनत बेकार गई। अगले टेस्ट में भारत को poor fielding सुधारनी होगी।
क्या तुम्हें लगता है भारत फील्डिंग ठीक कर पाएगा? नीचे कमेंट करो! और हमारे क्रिकेट अपडेट्स चेक करो।