Dhoni के नाम से हर दिल में जोश भरता है, लेकिन इस बार पुराना विवाद फिर से सुर्खियों में है। मनोज तिवारी ने Dhoni और इरफान पठान के पुराने हुक्का विवाद को फिर से हवा दे दी। 18 सितंबर 2025 को एक स्पोर्ट्स चैनल पर तिवारी ने कुछ ऐसा बोला कि फैंस के होश उड़ गए। उन्होंने बताया कि Dhoni के कमरे में हुक्का सेशन होते थे, जहां कुछ खिलाड़ी सिर्फ कप्तान को खुश करने जाते थे।
क्या छिपा है धोनी के उस रात की कहानी में?
सपना नहीं, हकीकत! तिवारी ने बताया कि 2010-12 के आसपास Dhoni के कमरे में हुक्का सेशन का माहौल था। कुछ खिलाड़ी वहां जाकर Dhoni के साथ समय बिताते थे। तिवारी बोले, “मैंने खुद देखा, कुछ लोग Dhoni को खुश करने के लिए वहां जाते थे।” लेकिन यह कोई जबरदस्ती नहीं थी। सिर्फ वही खिलाड़ी जाते थे, जो समझते थे कि ऐसा करने से फायदा होगा। इरफान पठान ने भी 2012 में कहा था कि वो Dhoni के कमरे में हुक्का लगाने नहीं गए, शायद इसलिए उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। यह सुनकर लगता है कि उस वक्त ड्रेसिंग रूम में कुछ न कुछ गड़बड़ थी। लेकिन सवाल यह है – क्या Dhoni सचमुच ऐसी चीजों को बढ़ावा देते थे? या यह सिर्फ मस्ती का माहौल था?
- क्या हुआ था? इरफान पठान ने 2012 में आखिरी बार भारत के लिए खेला।
- क्यों बाहर हुए? पठान का कहना था कि वो खुशामद नहीं करते थे।
- तिवारी का दावा: कुछ खिलाड़ी Dhoni को इम्प्रेस करने के लिए हुक्का सेशन में जाते थे।
तिवारी के तीखे बोल: क्या खुल जाएगा पुराना राज?
मनोज तिवारी ने तो जैसे बम फोड़ दिया! उन्होंने कहा, “कुछ खिलाड़ी इतने चालाक थे कि वो Dhoni के कमरे में जाकर मक्खन लगाते थे।” मतलब, Dhoni के करीब रहने की होड़ थी। तिवारी ने साफ किया कि Dhoni का दरवाजा सबके लिए खुला था, लेकिन सिर्फ कुछ लोग ही वहां पहुंचते थे। अब सवाल उठता है – क्या यह सिर्फ दोस्ती थी या टीम सिलेक्शन का खेल? इरफान पठान का बाहर होना आज भी फैंस के लिए रहस्य है। तिवारी का यह बयान पुराने घाव को फिर से कुरेद गया। क्या अब कोई और खिलाड़ी बोलेगा? या Dhoni खुद जवाब देंगे? यह सोचकर ही दिल धक-धक कर रहा है।
धोनी के फैंस नाराज: तिवारी की बातों का सच क्या?
Dhoni के फैंस तो जैसे तिलमिला गए हैं। सोशल मीडिया पर #DhoniForever ट्रेंड कर रहा है। एक फैन ने लिखा, “तिवारी, तुम Dhoni पर उंगली उठाने वाले कौन?” दूसरा बोला, “हुक्का हो या चाय, Dhoni ने देश को जिताया।” लेकिन कुछ लोग तिवारी का साथ भी दे रहे हैं। उनका कहना है कि पुरानी सच्चाई सामने आनी चाहिए। मेरी नजर में, यह विवाद Dhoni की चमक को कम नहीं कर सकता। Dhoni ने 2011 का वर्ल्ड कप जिताया, CSK को IPL चैंपियन बनाया। फिर भी, यह सवाल तो बनता है – क्या तिवारी की बातों में दम है? या यह सिर्फ पुरानी जलन है? फैंस का गुस्सा जायज है, लेकिन सच जानने की उत्सुकता भी कम नहीं।
- फैंस का गुस्सा: तिवारी को ट्रोलिंग का सामना करना पड़ रहा है।
- Dhoni की इमेज: फैंस का भरोसा अभी भी बरकरार।
- सच्चाई क्या? सिर्फ समय ही बताएगा।
क्रिकेट जगत में हलचल: अब क्या होगा अगला ट्विस्ट?
यह विवाद क्रिकेट की दुनिया में आग की तरह फैल गया। हरभजन सिंह ने कहा, “पुरानी बातें छोड़ो, आगे बढ़ो।” लेकिन तिवारी के बयान ने ड्रेसिंग रूम की सच्चाई पर सवाल उठा दिए। क्या अब BCCI कुछ बोलेगा? या Dhoni जवाब देंगे? अगला ट्विस्ट क्या होगा – शायद कोई नया खुलासा। यह विवाद IPL 2026 को भी छू सकता है, जहां Dhoni CSK के मेंटर हैं। मेरे ख्याल से, यह कहानी अभी खत्म नहीं हुई। फैंस को इंतजार है कि अगला राज क्या खुलेगा।
पहलू | विवरण |
---|---|
विवाद का कारण | तिवारी का बयान कि Dhoni के कमरे में हुक्का सेशन होते थे। |
इरफान पठान का दावा | खुशामद न करने की वजह से बाहर हुए। |
फैंस की प्रतिक्रिया | Dhoni के समर्थन में सोशल मीडिया पर हंगामा। |
अगला कदम | क्या Dhoni या BCCI जवाब देंगे? |