पाक क्रिकेटर ने खोली पोल – आक्रामकता हाँ, बदतमीज़ी नहीं थी हमारे समय में

पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर मोहसिन खान ने हाल ही में अपने दिल की बात कही। उन्होंने बताया कि उनके समय में क्रिकेट में जोश था, जुनून था, लेकिन बदतमीजी नहीं थी। Asia Cup 2025 के मौके पर, जब भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबले की चर्चा जोरों पर है, मोहसिन की बातें हमें पुराने क्रिकेट के सुनहरे दिनों की याद दिलाती हैं।

पाक क्रिकेट लीजेंड की दिल की बात: क्या बदल गया खेल का मिजाज?

मोहसिन खान ने कहा, “हमारे जमाने में क्रिकेट में आक्रामकता थी, पर खिलाड़ी एक-दूसरे का सम्मान करते थे।” उनके समय में भारत-पाकिस्तान के मैच मजेदार होते थे। मैदान पर कड़ा मुकाबला होता, लेकिन बाहर खिलाड़ी दोस्तों की तरह मिलते। जैसे, मोहसिन अपने दोस्त मोहिंदर अमरनाथ (जिमी) के साथ खूब हंसी-मजाक करते थे।

आज के Asia Cup 2025 में जब भारत-पाकिस्तान का मुकाबला होने वाला है, मोहसिन की ये बातें सोचने पर मजबूर करती हैं। क्या आज का क्रिकेट वैसा ही है? शायद नहीं, क्योंकि अब कई बार आक्रामकता विवादों में बदल जाती है। मोहसिन का कहना है कि क्रिकेट का असली मजा सम्मान और जोश के मेल में है।

  • क्या था खास? उनके समय में खिलाड़ी मैदान पर जुनून दिखाते, लेकिन दोस्ती बरकरार रखते।
  • आज का क्रिकेट: अब टी20 और Asia Cup 2025 जैसे टूर्नामेंट में तेजी ज्यादा है, लेकिन सम्मान कम दिखता है।

पुराने दौर की कहानी: मोहसिन खान ने क्यों कहा, तब सब कुछ अलग था?

मोहसिन खान ने 48 टेस्ट और 75 वनडे खेले। उनके समय में पाकिस्तान की टीम में जावेद मियांदाद, माजिद खान और जहीर अब्बास जैसे सितारे थे। मोहसिन ने 1982 में लॉर्ड्स में दोहरा शतक बनाकर इतिहास रचा। वो ऐसा करने वाले पहले पाकिस्तानी थे। इसके अलावा, 1984 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड और मेलबर्न में लगातार दो शतक बनाए।

उन्होंने बताया कि तब की टीमें संतुलित थीं। आज के Asia Cup 2025 में बाबर आजम जैसे खिलाड़ी अकेले दम पर टीम को संभालते हैं, लेकिन मोहसिन के समय में कई खिलाड़ी एकसाथ चमकते थे। उनकी तकनीक तेज गेंदबाजों के खिलाफ कमाल की थी, खासकर उछाल वाली पिचों पर।

उपलब्धिविवरण
लॉर्ड्स में दोहरा शतक1982 में पहला पाकिस्तानी बल्लेबाज
ऑस्ट्रेलिया में लगातार शतक1984 में एडिलेड और मेलबर्न में
भारत के खिलाफ शतकलाहौर में कम स्कोर पर नाबाद 101 रन

आक्रामकता बनाम सम्मान: मोहसिन खान की नजर में क्रिकेट का असली रंग!

मोहसिन का मानना है कि क्रिकेट में आक्रामकता जरूरी है, लेकिन सम्मान के साथ। उन्होंने इमरान खान, कपिल देव, और डेनिस लिली जैसे गेंदबाजों की तारीफ की। बल्लेबाजों में सुनील गावस्कर और विवियन रिचर्ड्स उनके फेवरेट थे। उनके समय में भारत-पाकिस्तान के मैच उत्सव जैसे होते थे। Asia Cup 2025 में भी ऐसा माहौल बनना चाहिए, मोहसिन की यही सलाह है।

  • पसंदीदा गेंदबाज: इमरान खान, कपिल देव, डेनिस लिली।
  • पसंदीदा बल्लेबाज: सुनील गावस्कर, विवियन रिचर्ड्स, ग्रेग चैपल।
  • खास बात: मैदान पर जोश, बाहर दोस्ती।

मोहसिन खान की भावुक बात: क्रिकेट के पुराने दिन क्यों थे खास?

मोहसिन के लिए क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, जुनून था। लाहौर में भारत के खिलाफ एक टेस्ट मैच उनके दिल के करीब है। पहली पारी में 94 रन और दूसरी में नाबाद 101 रन बनाए। ये शतक तब आया, जब टीम का स्कोर सबसे कम था। Asia Cup 2025 में आज के खिलाड़ी भी ऐसे जज्बे से प्रेरणा ले सकते हैं।

उनके समय में क्रिकेट में धैर्य और तकनीक का बोलबाला था। आज टी20 और Asia Cup 2025 जैसे टूर्नामेंट में तेजी ज्यादा है, लेकिन मोहसिन का मानना है कि तकनीक और मानसिक ताकत आज भी जरूरी है।

  • खास पल: लाहौर में नाबाद 101 रन।
  • सीख: धैर्य और तकनीक क्रिकेट का आधार हैं।

मोहसिन का बॉलीवुड कनेक्शन: क्रिकेट से सिनेमा तक

मोहसिन सिर्फ क्रिकेटर नहीं, बल्कि बॉलीवुड स्टार भी रहे। 1979 में भारत दौरे पर उन्हें फिल्मों के ऑफर मिले। उन्होंने मशहूर अभिनेत्री रीना रॉय से शादी की और फिल्म “बटवारा” में काम किया। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड का नॉमिनेशन भी मिला।

मोहसिन ने बताया कि डायरेक्टर जे.पी. दत्ता ने उन्हें एक सीन समझाने के लिए क्रिकेट का उदाहरण दिया था। जैसे, “मानो तुमने शतक बनाया, पर टीम हार गई।” ये बात उनके दिल को छू गई। उनकी बेटी अब मुंबई में रीना रॉय के साथ रहती है, और मोहसिन उससे हमेशा संपर्क में रहते हैं।

आज के क्रिकेट में क्या कमी?

मोहसिन का कहना है कि Asia Cup 2025 में बाबर आजम जैसे खिलाड़ी शानदार हैं, लेकिन उन्हें मजबूत साथ चाहिए। उनके समय में जावेद मियांदाद, यूनिस खान जैसे कई सितारे थे, जो टीम को संतुलित बनाते थे। आज बाबर पर ज्यादा दबाव है। मोहसिन की सलाह है कि खिलाड़ियों को दबाव में भी खेल का मजा लेना चाहिए।

निष्कर्ष: क्रिकेट का असली रंग लौटाए Asia Cup 2025

मोहसिन खान की बातें हमें उस दौर की याद दिलाती हैं, जब क्रिकेट में जोश और सम्मान साथ चलते थे। Asia Cup 2025 में भारत-पाकिस्तान का मुकाबला फिर से वही पुराना जादू ला सकता है। मोहसिन की कहानी हमें सिखाती है कि क्रिकेट सिर्फ जीत-हार नहीं, बल्कि दिलों को जोड़ने का खेल है।

Author

  • Adarsh Tiwari

    मैं आदर्श तिवारी, पिछले 8 सालों से क्रिकेट से जुड़ी खबरों, विश्लेषण और अपडेट्स पर काम कर रहा हूं। मेरे पास 3 फेसबुक पेज और एक यूट्यूब चैनल हैं, जिनके ज़रिए लाखों दर्शकों तक क्रिकेट कंटेंट पहुंचाता हूं। भरोसेमंद जानकारी देना ही मेरा मकसद है।

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