क्रिकेट में रोमांच और बदलाव का नाम ही BCCI है! भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 2025-26 सीजन और आईपीएल 2026 से पहले कुछ बड़े नियम बदले हैं। ये बदलाव ऋषभ पंत और क्रिस वोक्स की चोटों से प्रेरित हैं, जो हाल ही में एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में चर्चा में रहे। इन नियमों का मकसद है खिलाड़ियों को सुरक्षित रखना, खेल को निष्पक्ष बनाना और दर्शकों के लिए मज़ा बढ़ाना।
नई चोट नियम: क्या अब खिलाड़ी सुरक्षित रहेंगे?
खिलाड़ियों की सुरक्षा BCCI की पहली प्राथमिकता है। नए नियम के मुताबिक, अगर कोई खिलाड़ी मल्टी-डे टूर्नामेंट जैसे दलीप ट्रॉफी या सीके नायडू ट्रॉफी में चोटिल हो जाता है, तो उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी लिया जा सकता है। लेकिन ये खिलाड़ी उसी तरह का होना चाहिए, जैसे बल्लेबाज की जगह बल्लेबाज और गेंदबाज की जगह गेंदबाज।
- क्या खास है?
- चोट गंभीर होनी चाहिए, जैसे हड्डी टूटना या गहरा कट।
- विकेटकीपर के लिए खास नियम: अगर दूसरा कीपर नहीं है, तो बाहर से लाया जा सकता है।
- मेडिकल रिपोर्ट के बाद रेफरी की मंजूरी ज़रूरी।
ये नियम खिलाड़ियों को चोट के बावजूद खेलने के दबाव से बचाएगा। BCCI का ये कदम खिलाड़ियों की लंबी उम्र और फिटनेस के लिए गेम-चेंजर हो सकता है।
शॉर्ट रन की चालाकी खत्म: अब कौन लेगा स्ट्राइक?
क्रिकेट में कुछ बल्लेबाज चालाकी करते हैं और जानबूझकर रन पूरा नहीं करते ताकि स्ट्राइक अच्छे बल्लेबाज को मिले। BCCI ने इस चालाकी पर रोक लगाने का फैसला किया है। अब अगर अंपायर को लगा कि रन जानबूझकर पूरा नहीं किया गया, तो:
- रन को कैंसिल कर दिया जाएगा।
- फील्डिंग कप्तान तय करेगा कि कौन सा बल्लेबाज स्ट्राइक लेगा।
ये नियम BCCI ने इसलिए बनाया ताकि खेल में ईमानदारी बनी रहे। इससे न सिर्फ खेल निष्पक्ष होगा, बल्कि दर्शकों को भी सच्चा मज़ा आएगा।
एक गेंद का नया नियम: वनडे में क्या बदलेगा?
BCCI ने वनडे में गेंद को लेकर नया नियम शुरू किया है, जो विजय हजारे ट्रॉफी में लागू होगा। पहले वनडे में दो नई गेंदों का इस्तेमाल होता था, लेकिन अब फील्डिंग टीम को सिर्फ एक गेंद चुननी होगी, जो पूरी पारी चलेगी।
- क्यों ज़रूरी है?
- दो गेंदों से गेंदबाजों को नुकसान होता था, क्योंकि गेंद जल्दी पुरानी नहीं होती।
- एक गेंद से गेंदबाजों को स्विंग और स्पिन में मदद मिलेगी।
- बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बीच बैलेंस बनेगा।
BCCI का ये नियम वनडे को और रोमांचक बनाएगा, क्योंकि गेंदबाजों को अब ज्यादा मौके मिलेंगे।
पंत और वोक्स की चोट: BCCI ने क्यों बदले नियम?
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में ऋषभ पंत और क्रिस वोक्स की चोटों ने BCCI को नियम बदलने पर मजबूर किया। पंत को टेस्ट के दौरान पैर में फ्रैक्चर हुआ, और वोक्स का कंधा चोटिल हो गया। इन चोटों ने पुराने नियमों की कमी दिखाई, जहां सिर्फ कन्कशन के लिए सब्स्टीट्यूट की इजाज़त थी।
- क्या हुआ?
- पंत विकेटकीपिंग और बाद के मैचों से बाहर हो गए।
- वोक्स की चोट ने इंग्लैंड की रणनीति बिगाड़ दी।
- BCCI ने गंभीर चोटों के लिए सब्स्टीट्यूट नियम लागू किया।
ये नियम खिलाड़ियों की सुरक्षा के साथ-साथ टीमों को नुकसान से बचाएगा। BCCI का ये फैसला क्रिकेट को और प्रोफेशनल बनाएगा।
आईपीएल 2026 की तैयारी: ये बदलाव करेंगे धमाल!
BCCI ने आईपीएल 2026 के लिए कई धमाकेदार बदलावों की तैयारी शुरू कर दी है। चोट नियम और एक गेंद वाला नियम तो अभी टेस्टिंग में हैं, लेकिन कुछ और बदलाव भी चर्चा में हैं:
- लार पर बैन हटाया: कोविड के बाद लार पर रोक थी, अब तेज गेंदबाज फिर से गेंद चमका सकेंगे।
- हॉक-आई वाइड: वाइड बॉल के लिए तकनीक का इस्तेमाल होगा, जिससे विवाद कम होंगे।
- रजिस्टर्ड पूल: चोटिल खिलाड़ियों के लिए टीमें पूल से खिलाड़ी चुन सकेंगी।
BCCI के ये नियम आईपीएल को और मज़ेदार और निष्पक्ष बनाएंगे।
| नियम | क्या बदला? | प्रभाव |
|---|---|---|
| चोट नियम | गंभीर चोट में लाइक-फॉर-लाइक सब्स्टीट्यूट | खिलाड़ी सुरक्षित, टीमें संतुलित |
| शॉर्ट रन | कप्तान तय करेगा स्ट्राइक | निष्पक्षता बढ़ेगी |
| एक गेंद | वनडे में एक गेंद पूरी पारी | गेंदबाजों को फायदा, रोमांच बढ़ेगा |
निष्कर्ष: BCCI का क्रिकेट में नया रंग
BCCI के ये नए नियम क्रिकेट को और मज़ेदार, सुरक्षित और निष्पक्ष बनाएंगे। खिलाड़ियों की चोटों से लेकर चालाकियों तक, हर कमी को दूर करने की कोशिश की गई है। खासकर पंत और वोक्स की चोटों ने BCCI को सोचने पर मजबूर किया, और नतीजा है ये शानदार नियम। क्या ये बदलाव क्रिकेट को नया रंग देंगे? बिल्कुल! अब बस इंतज़ार है कि आईपीएल 2026 में ये नियम कितना धमाल मचाते हैं।