RCB फैंस के लिए ये बात चौंकाने वाली हो सकती है, लेकिन उस वक्त टीम के अंदर कुछ ऐसा चल रहा था जो किसी फिल्मी ड्रामे से कम नहीं था। मोईन अली के खुलासे ने सबको हैरान कर दिया — कोच गैरी कर्स्टन और टीम मैनेजमेंट पार्थिव पटेल को कप्तान बनाने की योजना बना रहे थे। क्या ये विराट कोहली को हटाने की साजिश थी? इस दिलचस्प कहानी को जानते हैं आसान और साफ़ शब्दों में।
विराट कोहली को हटाने की साजिश? RCB की चौंकाने वाली कप्तानी योजना!
RCB के फैंस के लिए एक ऐसी खबर जो दिल को झटका दे सकती है! 2019 में विराट कोहली की कप्तानी खतरे में थी और उनकी जगह पार्थिव पटेल को कप्तान बनाने की बात चल रही थी। ये खुलासा किया है पूर्व RCB खिलाड़ी मोईन अली ने। उन्होंने बताया कि कोच गैरी कर्स्टन के समय ये प्लान बन रहा था। आइए, इस मसालेदार कहानी को आसान और मजेदार अंदाज में समझते हैं।
पार्थिव पटेल बनते कप्तान? 2019 में RCB का बड़ा ड्रामा!
2019 में RCB का हाल बेहाल था। 14 मैचों में सिर्फ 5 जीत, और अंक तालिका में सबसे नीचे! विराट कोहली की कप्तानी पर सवाल उठ रहे थे। मोईन अली ने स्पोर्ट्स तक को बताया, “हां, पार्थिव को कप्तान बनाने की बात हो रही थी। उनका दिमाग क्रिकेट में गजब का था।” लेकिन ये प्लान पूरा क्यों नहीं हुआ? शायद RCB मैनेजमेंट ने आखिरी मौके पर कदम पीछे खींच लिया।
- क्यों चुना गया पार्थिव को? उनकी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग के साथ-साथ मैदान पर तेजी से फैसले लेने की काबिलियत।
- क्या हुआ बाद में? विराट कोहली कप्तान बने रहे और 2020 में RCB ने प्लेऑफ में जगह बनाई।
कोहली की कुर्सी पर खतरा: RCB का अनसुना कप्तानी विवाद!
विराट कोहली ने 2013 में RCB की कप्तानी संभाली थी। 2016 में टीम फाइनल तक पहुंची, लेकिन 2017, 2018 और 2019 में RCB का प्रदर्शन खराब रहा। 2019 में तो हालत ये थी कि RCB टूर्नामेंट में सबसे नीचे रही। मोईन ने कहा, “गैरी कर्स्टन के समय पार्थिव को कप्तान बनाने की बात जोरों पर थी।” विराट कोहली की बल्लेबाजी तो शानदार थी, लेकिन कप्तानी में नाकामी ने मैनेजमेंट को सोचने पर मजबूर कर दिया।
- विराट का रिकॉर्ड: 143 मैचों में 66 जीत, 70 हार।
- क्या था विवाद? मैनेजमेंट को लग रहा था कि नया कप्तान RCB को नई दिशा दे सकता है।
समय | मैच | जीत | हार | टाई | नो रिजल्ट | जीत % | हार % |
---|---|---|---|---|---|---|---|
2011-2023 | 143 | 66 | 70 | 3 | 4 | 46.15% | 48.95% |
RCB का शॉकिंग प्लान: विराट की जगह पार्थिव को कप्तान?
पार्थिव पटेल 2019 में RCB के लिए शानदार फॉर्म में थे। उन्होंने 373 रन बनाए, और उनकी स्ट्राइक रेट 139.18 थी। उनकी चतुराई और मैदान पर रणनीति ने मैनेजमेंट का दिल जीत लिया। मोईन ने कहा, “पार्थिव का क्रिकेटिंग दिमाग कमाल का था।” लेकिन विराट कोहली की स्टार पावर और RCB के प्रति उनकी वफादारी ने शायद इस प्लान को रुकवा दिया।
- पार्थिव की खासियत: तेज दिमाग, आक्रामक बल्लेबाजी, और अनुभव।
- क्यों नहीं बने कप्तान? विराट कोहली की लोकप्रियता और उनके रनों का जलवा।
RCB का सफर और कोहली की विरासत
विराट कोहली ने 2021 में खुद कप्तानी छोड़ दी, क्योंकि वो अपने वर्कलोड को कम करना चाहते थे। इसके बाद फाफ डु प्लेसिस ने कमान संभाली, और 2025 में रजत पाटीदार की कप्तानी में RCB ने पहली बार IPL ट्रॉफी जीती। विराट कोहली ने उस सीजन में 657 रन बनाए और मेंटर की तरह टीम को संभाला।
- RCB की जीत: 2025 में पहली IPL ट्रॉफी।
- कोहली का योगदान: 18 साल तक RCB के साथ और कभी फ्रैंचाइजी नहीं बदली।
पार्थिव पटेल का क्रिकेट सफर
पार्थिव ने IPL में 139 मैच खेले और 2,848 रन बनाए। वो चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के साथ खिताब भी जीत चुके हैं। 2019 के बाद वो RCB से अलग हो गए और 2020 में क्रिकेट से रिटायर हो गए। अब वो कमेंट्री और कोचिंग में नाम कमा रहे हैं। 2025 में उन्होंने गुजरात टाइटंस के मेंटर के तौर पर शानदार काम किया।
- पार्थिव का नया रोल: कोचिंग और कमेंट्री में धमाल।
- उनकी ताकत: क्रिकेट की गहरी समझ और रणनीति।
ये कहानी क्यों खास है?
2019 का ये कप्तानी ड्रामा RCB के इतिहास का एक छुपा हुआ किस्सा है। ये बताता है कि कैसे एक सुपरस्टार खिलाड़ी की कुर्सी भी डगमगा सकती है। साथ ही, ये पार्थिव पटेल की उस काबिलियत को दिखाता है, जिसे लोग कम जानते हैं। RCB के फैंस के लिए ये कहानी किसी फिल्मी ट्विस्ट से कम नहीं!
- क्या सीख मिली? फ्रैंचाइजी में बड़े फैसले लेना आसान नहीं।
- आपकी राय? क्या पार्थिव RCB को बेहतर कप्तान दे सकते थे?
अंत में: RCB का भविष्य
RCB ने 2025 में अपनी पहली IPL ट्रॉफी जीतकर इतिहास रच दिया। विराट कोहली आज भी RCB का दिल हैं। 2019 का ये विवाद अब बस एक पुरानी बात है, लेकिन ये हमें RCB के उतार-चढ़ाव की कहानी याद दिलाता है। क्या आपको लगता है कि पार्थिव कप्तान बनते तो RCB का इतिहास कुछ और होता? अपनी राय बताइए!