क्रिकेट में ड्रामा तो होता ही रहता है, लेकिन जब बात फिल सॉल्ट जैसे धांसू खिलाड़ी के बल्ले की हो, तो मामला और मसालेदार हो जाता है! इंग्लैंड का ये स्टार बल्लेबाज, जो IPL 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के लिए चमका, हाल ही में अपने बल्ले की वजह से सुर्खियों में आया। Vitality T20 Blast में उसका बल्ला गेज टेस्ट में फेल हो गया, लेकिन बाद में उसे मंजूरी मिल गई। चलो, इस मजेदार कहानी को आसान भाषा में समझते हैं, जैसे दोस्तों के बीच गपशप हो!
गेज टेस्ट में फेल, फिर मंजूरी: सॉल्ट की कहानी!
4 जुलाई 2025 को लंकाशर और नॉर्थम्प्टनशायर के बीच T20 ब्लास्ट के मैच में फिल सॉल्ट का बल्ला गेज टेस्ट में फंस गया। ये वही बल्ला था, जिसे सॉल्ट ने IPL, T20 वर्ल्ड कप, और इंग्लैंड के लिए बिना किसी दिक्कत के इस्तेमाल किया। अंपायरों ने कहा कि ये बल्ला नियम तोड़ता है। लेकिन बाद में क्रिकेट की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (ACU) ने जांच की और बल्ले को हरी झंडी दे दी। लंकाशर ने कहा, “हमारा बल्ला तो बिल्कुल ठीक है, बस टेस्टिंग में गड़बड़ हुई।” सॉल्ट ने भी राहत की सांस ली और अपने बल्ले से धमाल मचाना जारी रखा।
- क्या हुआ? बल्ला पहले टेस्ट में फेल, लेकिन बाद में पास।
- क्यों? टेस्टिंग में कमी थी, जिसे बाद में ठीक किया गया।
- नतीजा? सॉल्ट का बल्ला वैध, कोई सजा नहीं।
RCB स्टार का बल्ला: भ्रष्टाचार इकाई ने दी हरी झंडी!
सॉल्ट ने IPL 2025 में RCB के लिए 403 रन ठोके, जो विराट कोहली के बाद सबसे ज्यादा थे। इस शानदार प्रदर्शन ने उन्हें IPL का सुपरस्टार बना दिया। लेकिन T20 ब्लास्ट में बल्ले का विवाद उनके लिए सिरदर्द बन गया। सॉल्ट और लंकाशर ने कहा, “हमारा बल्ला तो IPL और वर्ल्ड कप में पास हुआ था।” ACU ने जांच की और बल्ले को सही ठहराया। लंकाशर ने टेस्टिंग प्रक्रिया पर सवाल उठाए, कि अगर सही मशीन और ट्रेनिंग होती, तो ये ड्रामा ही न होता। सॉल्ट ने फिर भी फोकस नहीं खोया और अपने बल्ले से रनों की बरसात की।
खिलाड़ी | टूर्नामेंट | रन | मैच |
---|---|---|---|
फिल सॉल्ट | IPL 2025 | 403 | 13 |
विराट कोहली | IPL 2025 | 657 | 13 |
विवाद से जीत तक: सॉल्ट के बल्ले का अनोखा ड्रामा!
विवाद के बावजूद सॉल्ट ने हार नहीं मानी। नॉर्थम्प्टनशायर के खिलाफ उसी मैच में उन्होंने 57 गेंदों में 80 रन जड़कर लंकाशर को जीत दिलाई। सॉल्ट ने कहा, “मैंने दो साल से यही बल्ला इस्तेमाल किया, कभी दिक्कत नहीं हुई।” ACU की मंजूरी के बाद लंकाशर ने टेस्टिंग प्रक्रिया को बेहतर करने की मांग की। ये ड्रामा सॉल्ट के लिए तो खत्म हुआ, लेकिन क्रिकेट में गेज टेस्टिंग पर सवाल खड़े कर गया।
- सॉल्ट का रिएक्शन: “मेरा बल्ला बिल्कुल ठीक है।”
- लंकाशर की मांग: टेस्टिंग में सुधार करो।
- जीत का सबूत: 80 रन, 5 विकेट से जीत।
सॉल्ट का बल्ला क्यों बना चर्चा का केंद्र?
क्रिकेट में बल्ले का साइज चेक करने के लिए गेज टेस्ट होता है, ताकि कोई खिलाड़ी गलत फायदा न ले। सॉल्ट का बल्ला पहले टेस्ट में फेल हुआ, लेकिन बाद में पास हो गया। फिर भी, इसे और जांच के लिए भेजा गया, जिससे लंकाशर नाराज हुआ। क्लब ने कहा, “अगर सही मशीन होती, तो ये बवाल न होता।” ये घटना बताती है कि क्रिकेट में टेस्टिंग को और पक्का करना होगा, ताकि खिलाड़ियों को बेवजह परेशानी न हो।
सॉल्ट: IPL का चमकता सितारा
फिल सॉल्ट सिर्फ 28 साल के हैं, लेकिन उनकी बल्लेबाजी ने दुनिया भर में धूम मचा रखी है। IPL 2025 में RCB ने उन्हें 11.5 करोड़ में खरीदा था। इससे पहले वो दिल्ली कैपिटल्स (2023) और कोलकाता नाइट राइडर्स (2024) के लिए भी खेल चुके हैं। T20 में उनका स्ट्राइक रेट 164.32 है, जो उनकी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का सबूत है। सॉल्ट की कहानी सिर्फ बल्ले के विवाद की नहीं, बल्कि एक मेहनती खिलाड़ी की हिम्मत की भी है।
- उम्र: 28 साल
- T20 रन: 1193 (43 मैच)
- स्ट्राइक रेट: 164.32
क्रिकेट टेस्टिंग: कहां है कमी?
गेज टेस्टिंग का मकसद है कि बल्ला नियमों के हिसाब से हो। लेकिन सॉल्ट के मामले में पहले टेस्ट में गड़बड़ हुई। बाद में बल्ला पास हुआ, फिर भी और जांच हुई। ये दिखाता है कि टेस्टिंग में कुछ कमी है। लंकाशर ने सही मशीन और ट्रेनिंग की मांग की, ताकि भविष्य में ऐसे ड्रामे न हों। क्रिकेट फैंस भी चाहते हैं कि नियम सख्त हों, लेकिन सही तरीके से लागू हों।
निष्कर्ष: सॉल्ट की जीत, क्रिकेट की सीख
फिल सॉल्ट का बल्ला विवाद में फंसा, लेकिन उनकी मेहनत और ACU की मंजूरी ने सब साफ कर दिया। IPL 2025 में उनका जलवा और T20 ब्लास्ट में उनकी पारी ने दिखाया कि वो कितने शानदार खिलाड़ी हैं। लेकिन ये घटना क्रिकेट वालों को सोचने पर मजबूर करती है कि टेस्टिंग को और बेहतर करना होगा। सॉल्ट ने अपने बल्ले से जवाब दिया, और अब फैंस को उनसे IPL 2026 में और धमाल की उम्मीद है!