सौरव गांगुली, जिन्हें हम प्यार से “दादा” कहते हैं, भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार रहे हैं। उनकी जिंदगी की कहानी अब पर्दे पर आने वाली है, और इसमें राजकुमार राव उनका किरदार निभाएंगे। ये खबर सुनकर क्रिकेट और बॉलीवुड फैंस के बीच हलचल मच गई है। लेकिन क्या राजकुमार राव दादा के रोल में फिट बैठेंगे? आइए, इस Sourav Ganguly biopic के बारे में आसान और मसालेदार भाषा में बात करते हैं, जैसे दोस्तों के बीच गप्पे मार रहे हों।
दादा की कहानी: राजकुमार राव की नई चुनौती
सौरव गांगुली का नाम सुनते ही 2003 वर्ल्ड कप और नेटवेस्ट सीरीज की वो शर्ट उतारने वाली जीत याद आती है। दादा ने भारतीय क्रिकेट को नया रंग दिया, टीम को हौसला दिया, और युवा खिलाड़ियों को मौका देकर सितारे बनाए। उनकी बायोपिक में ये सारी कहानी दिखाना राजकुमार राव के लिए बड़ा टास्क है।
राजकुमार राव को हम स्त्री, न्यूटन, और श्रीकांत जैसी फिल्मों में देख चुके हैं। वो हर रोल में जान डाल देते हैं। लेकिन Sourav Ganguly biopic में दादा का जोश, गुस्सा, और बंगाली स्टाइल पकड़ना आसान नहीं। फिर भी, राजकुमार का टैलेंट देखकर लगता है कि वो इसे बखूबी निभाएंगे।
- क्यों है चुनौती?
- दादा का मैदान पर जोश और लीडरशिप दिखाना।
- बंगाली टच और गांगुली की बॉडी लैंग्वेज को कॉपी करना।
- क्रिकेट और निजी जिंदगी का बैलेंस बनाना।
सौरव गांगुली ने दी हरी झंडी: बायोपिक पर क्या बोले?
खुद सौरव गांगुली ने Sourav Ganguly biopic को हरी झंडी दे दी है। उन्होंने कहा, “राजकुमार राव मेरा रोल करेंगे, और मुझे लगता है ये सही इंसान को मिला है।” ये सुनकर फैंस का जोश दोगुना हो गया। गांगुली ने बताया कि फिल्म की शूटिंग 2026 में शुरू होगी, और रिलीज में थोड़ा टाइम लग सकता है।
दादा का ये भरोसा दिखाता है कि वो राजकुमार पर पूरा यकीन करते हैं। Sourav Ganguly biopic में उनके करियर के हाईलाइट्स, जैसे 1999 की 183 रनों वाली पारी, और बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर उनके काम को दिखाया जाएगा। फैंस को उनकी जिंदगी के अनसुने किस्सों का इंतजार है।
राजकुमार राव का दम: गांगुली की भूमिका में फिट?
राजकुमार राव का नाम बॉलीवुड में टैलेंट का पर्याय है। चाहे ट्रैप्ड में अकेले फंसा इंसान हो या मिस्टर एंड मिसेज माही में क्रिकेट कोच, वो हर रोल में छा जाते हैं। Sourav Ganguly biopic में उनका बंगाली बैकग्राउंड काम आएगा, क्योंकि दादा को “प्रिंस ऑफ कोलकाता” कहते हैं।
कुछ लोग कह रहे हैं कि आयुष्मान खुराना या रणबीर कपूर भी इस रोल के लिए ठीक थे। लेकिन गांगुली ने राजकुमार को चुना, और ये उनके भरोसे की बात है। मेरे ख्याल से, राजकुमार का देसी स्टाइल और इमोशनल एक्टिंग दादा के किरदार को जीवंत कर देगी।
पहलू | राजकुमार राव की ताकत |
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एक्टिंग स्किल्स | हर रोल में गहराई और इमोशन लाना |
बंगाली कनेक्शन | बंगाली संस्कृति को समझने की सहजता |
क्रिकेट का अनुभव | मिस्टर एंड मिसेज माही में क्रिकेट रोल |
क्रिकेट से सिनेमा तक: सौरव की कहानी का इंतजार
Sourav Ganguly biopic क्रिकेट फैंस के लिए किसी त्योहार से कम नहीं। इस फिल्म को विक्रमादित्य मोटवानी डायरेक्ट कर रहे हैं, जिनकी उड़ान और लुटेरा सुपरहिट रही हैं। प्रोड्यूसर्स लव रंजन और अंकुर गर्ग हैं, जो इसे ग्रैंड बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
फिल्म में गांगुली के करियर के बड़े पल, जैसे 2002 की नेटवेस्ट सीरीज, 2003 वर्ल्ड कप, और उनके निजी जीवन की झलक दिखेगी। ये Sourav Ganguly biopic न सिर्फ क्रिकेट की कहानी है, बल्कि उस दौर की कहानी है जब भारत ने दुनिया को दिखाया कि हम किसी से कम नहीं।
- क्या दिखेगा फिल्म में?
- गांगुली का शुरुआती संघर्ष और कप्तानी का सफर।
- नेटवेस्ट सीरीज की शर्ट उतारने वाली जीत।
- बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर उनके फैसले।
क्यों खास है ये बायोपिक?
Sourav Ganguly biopic सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट का जश्न है। ये उन फैंस के लिए है जो दादा के छक्कों और उनकी लीडरशिप को मिस करते हैं। राजकुमार राव का टैलेंट और गांगुली का सपोर्ट इसे ब्लॉकबस्टर बना सकता है।
मेरे हिसाब से, ये फिल्म हर उस इंसान को पसंद आएगी जो मेहनत और जुनून की कहानी से इंस्पायर होता है। Sourav Ganguly biopic में दादा का गुस्सा, प्यार, और जिद सब कुछ देखने को मिलेगा।
निष्कर्ष: इंतजार की घड़ियां
Sourav Ganguly biopic का इंतजार हर क्रिकेट फैन को है। राजकुमार राव जैसे स्टार और गांगुली का भरोसा इस फिल्म को खास बनाता है। ये सिर्फ एक क्रिकेटर की कहानी नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के उस दौर की कहानी है जिसने हमें गर्व करना सिखाया।