करुण नायर की कहानी सुनकर हर किसी का दिल जीतने का मन करता है। 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ क्रुण नायर ने 303 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी। फिर भी, 2022 में एक बड़े भारतीय क्रिकेटर ने उन्हें क्रिकेट छोड़ने की सलाह दी थी।। बोले, “टी20 खेल, पैसा कमा, भविष्य सँवार।” लेकिन करुण नायर ने ठान लिया था कि वो हार नहीं मानेंगे। आज 2025 में, वो भारतीय टेस्ट टीम में वापसी कर चुके हैं। उनकी ये कहानी मेहनत और जुनून की मिसाल है, जो हर किसी को प्रेरणा देती है।
करुण नायर का क्रिकेट करियर
करुण नायर का जन्म जोधपुर, राजस्थान में हुआ, लेकिन बड़ा कर्नाटक में। 10 साल की उम्र से ही वो क्रिकेट खेल शुरू किए। 2012 में कर्नाटक के लिए पहला मैच खेला। 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में तिहरा शतक ठोका। उस समय हर कोई क्रुण नायर को भारी पड़ा। लेकिन इसके बाद उनकी राह आसान नहीं थी। 2017 में उन्हें बाहर कर दिया गया।
एक प्रमुख क्रिकेटर की सलाह
2022 में करुण नायर का बुरा वक्त था।। 14 महीने तक कोई क्रिकेट नहीं खेला। तब एक बड़े क्रिकेटर ने फोन करके बोला, “रिटायर हो जा, टी20 में पैसा है।” करुण को ये बात चुभी। उन्होंने कहा, “पैसा तो ठीक है, लेकिन मैं खुद को माफ नहीं कर पाऊंगा अगर सपना छोड़ दूं।” क्रुण नायर ने हार नहीं मानी और अपने सपने को जिंदा रखा।
घरेलू क्रिकेट में शानदार वापसी
करुण नायर ने हिम्मत नहीं हारी। 2023 में वो विदर्भ के लिए खेलने लगे। 2024-25 रणजी ट्रॉफी में 863 रन बनाए, जिसमें 4 शतक थे। विदर्भ को चैंपियन बनाने में उनकी बड़ी भूमिका थी।
विजय हजारे ट्रॉफी में तो कमाल कर दिया। 8 पारियों में 779 रन, 5 शतक और 1 अर्धशतक। औसत रहा 389.50! ये देखकर सब दंग रह गए।
करुण नायर के रणजी और विजय हजारे प्रदर्शन
टूर्नामेंट | रन | शतक | औसत |
---|---|---|---|
रणजी ट्रॉफी 2024-25 | 863 | 4 | 61.64 |
विजय हजारे ट्रॉफी | 779 | 5 | 389.50 |
काउंटी क्रिकेट: इंग्लैंड में कमाल
करुण नायर ने 2023 और 2024 में नॉर्थम्प्टनशायर के लिए काउंटी खेला। वहाँ 736 रन बनाए। ग्लैमॉर्गन के खिलाफ नाबाद 202 और सरे के खिलाफ 150 रन की पारी खेली। इससे उन्हें इंग्लैंड की पिचों पर खेलने का भरोसा मिला। उन्होंने कहा, “काउंटी ने मुझे मुश्किल हालात में धैर्य से खेलना सिखाया।”
भारत की टेस्ट टीम में वापसी
करुण नायर की मेहनत रंग लाई। मई 2025 में उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना गया। 2017 के बाद ये उनकी पहली वापसी थी। इंडिया-ए के खिलाफ इंग्लैंड लायंस के मैच में करुण नायर ने दोहरा शतक ठोका। कोच गौतम गंभीर ने तारीफ की, “करुण का जुनून उन्हें यहाँ तक लाया।”
नंबर 4 की जिम्मेदारी
विराट कोहली के रिटायर होने के बाद नंबर 4 की जगह खाली है।। अनिल क की राय में, करुण नायर इस जगह के लिए बेस्ट हैं। करुण ने कहा, “मैं हर मैच को इंजॉय करना चाहता हूँ और बस अपना बेस्ट देना है।”
- क्यों हैं करुण नंबर 4 के लिए सही?
- हाल का फॉर्म शानदार है
- इंग्लैंड की पिचों पर अनुभव
- बड़े स्कोर बनाने की आदत
चुनौतियाँ और प्रेरणा
2018 में इंग्लेंड दौरे पर करुण को एक भी मौका नहीं मिला। 2022 में कर्नाटक ने उन्हें बाहर किया। तब करुण नायर ने X पर लिखा, “क्रिकेट, मुझे एक और मौका दे।” ये ट्वीट आज वायरल है।
- करुण की चुनौतियाँ
- 2017 के बाद टेस्ट से बाहर
- 2022 में कर्नाटक से ड्रॉप
- रिटायरमेंट की सलाह
नायर की मानसिक ताकत
करुण नायर की कामयाबी का राज उनकी हिम्मत है। उनके मम्मी-पापा और पत्नी ने मुश्किल वक्त में साथ दिया। सचिन तेंडुलकर ने उनकी तारीफ की, जो उनके लिए सबसे बड़ा पल था।
क्यों है नायर की कहानी खास?
करुण नायर की कहानी हर उस इंसान के लिए है जो मुश्किल में भी हार नहीं मानता। उन्होंने एक बड़े क्रिकेटर की सलाह ठुकराई और अपने सपने को सच किया। ये कहानी हर जवान क्रिकेटर को प्रेरणा देती है।
भविष्य की उम्मीदें
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में करुण नायर से सबको बड़ी उम्मीदें हैं। अगर वो अच्छा खेले, तो नंबर 4 की जगह पक्की कर सकते हैं। अगले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भी वो भारत के लिए अहम हो सकते हैं।
निष्कर्ष
करुण नायर की कहानी मेहनत और हिम्मत की मिसाल है। उन्होंने दिखाया कि सपने सच हो सकते हैं, बस हार नहीं माननी। इंग्लैंड दौरे पर सबकी नजरें करुण नायर पर होंगी। वो अपने बल्ले से नई कहानी लिखने को तैयार हैं।