IPL 2025: Punjab Kings में हंगामा, प्रीति जिंटा ने अपने पार्टनर्स के खिलाफ ठोका केस

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2025) में पंजाब किंग्स (Punjab Kings) ने इस बार कमाल का प्रदर्शन किया है। टीम ने 11 साल बाद प्लेऑफ में जगह पक्की कर ली है और अब टॉप-2 में आने की कोशिश में है। लेकिन मैदान पर धमाल मचाने के बावजूद, पंजाब किंग्स के मालिकों के बीच बड़ा बवाल हो गया है। बॉलीवुड स्टार और टीम की मालकिन प्रीति जिंटा ने अपने ही पार्टनर्स मोहित बर्मन और नेस वाडिया के खिलाफ चंडीगढ़ कोर्ट में केस ठोक दिया है। यह झगड़ा 21 अप्रैल 2025 को हुई एक खास मीटिंग (EGM) को लेकर है, जिसे प्रीति जिंटा ने गलत बताया है। चलो, इस पूरे मामले को आसान और मसालेदार अंदाज में समझते हैं!

पंजाब किंग्स का मालिकाना हक: एक नजर

पंजाब किंग्स (Punjab Kings) एक कंपनी के तहत चलती है, जिसका नाम है केपीएच ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड। इस कंपनी में चार लोग मालिक हैं। आइए देखें, हिस्सेदारी का बंटवारा कैसा है:

नामहिस्सेदारी
मोहित बर्मन48%
प्रीति जिंटा23%
नेस वाडिया23%
करण पॉल6%
  • मोहित बर्मन: सबसे ज्यादा शेयर उनके पास हैं, यानी 48%।
  • प्रीति जिंटा: उनके पास 23% हिस्सा है।
  • नेस वाडिया: उनके पास भी 23% हिस्सा है।
  • करण पॉल: उनके पास बाकी 6% हिस्सा है।

2008 में इस टीम को करीब 304 करोड़ रुपये में खरीदा गया था। तब से ये IPL में खेल रही है, लेकिन अभी तक ट्रॉफी नहीं जीती।

विवाद की जड़: EGM और गैर-कानूनी दावे

प्रीति जिंटा ने 21 अप्रैल 2025 को हुई एक खास मीटिंग (EGM) को गलत ठहराया है। उनका कहना है कि ये मीटिंग बिना सही नियमों के हुई, जो कि कंपनी के नियमों के खिलाफ है। प्रीति जिंटा ने बताया कि उन्होंने 10 अप्रैल को ईमेल भेजकर इस मीटिंग पर सवाल उठाए थे, लेकिन उनकी बात को अनसुना कर दिया गया।

  • प्रीति का आरोप है कि मोहित बर्मन और नेस वाडिया ने मिलकर ये मीटिंग करवाई।
  • प्रीति और करण पॉल ने इस मीटिंग में हिस्सा तो लिया, लेकिन वहां हुए फैसलों से सहमत नहीं थे।
  • अब प्रीति जिंटा चाहती हैं कि कोर्ट इस मीटिंग को गैर-कानूनी घोषित करे।

मुनीश खन्ना की नियुक्ति: विवाद का केंद्र

इस EGM में एक बड़ा फैसला हुआ कि मुनीश खन्ना को कंपनी का निदेशक बनाया गया। लेकिन प्रीति जिंटा और करण पॉल को ये बिल्कुल पसंद नहीं आया। प्रीति ने कोर्ट में मांग की है कि:

  • मुनीश खन्ना को निदेशक का काम करने से रोका जाए।
  • EGM में हुए सारे फैसलों को रद्द किया जाए।
  • जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आता, तब तक प्रीति और करण के बिना कोई और मीटिंग न हो।

प्रीति जिंटा का कानूनी इतिहास: पहले भी रहा है झगड़ा

ये कोई पहली बार नहीं है जब प्रीति जिंटा ने पंजाब किंग्स (Punjab Kings) के मालिकों के खिलाफ कोर्ट का रास्ता चुना है।

  • 2024 का मामला: पिछले साल प्रीति ने चंडीगढ़ हाई कोर्ट में मोहित बर्मन के खिलाफ केस किया था। तब उन्होंने कहा था कि मोहित अपने 11.5% शेयर किसी और को बेचने की कोशिश कर रहे थे, जो नियमों के खिलाफ था। प्रीति का कहना था कि शेयर बेचने से पहले मौजूदा मालिकों को मौका देना चाहिए।
  • 2014 का विवाद: प्रीति और नेस वाडिया के बीच भी एक बार झगड़ा हुआ था। प्रीति ने नेस पर मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में गलत बर्ताव का आरोप लगाया था। बाद में ये मामला सुलझ गया था।

पंजाब किंग्स का IPL 2025 में प्रदर्शन

पंजाब किंग्स (Punjab Kings) ने IPL 2025 में गजब का खेल दिखाया है। श्रेयस अय्यर की कप्तानी और रिकी पॉन्टिंग की कोचिंग में टीम ने 12 में से 8 मैच जीते हैं। 17 अंकों के साथ वो अंक तालिका में तीसरे नंबर पर है। उनका नेट रन रेट +0.389 है।

  • 11 साल बाद प्लेऑफ में पहुंचना बड़ी बात है।
  • प्रीति जिंटा स्टेडियम में अपनी टीम को चीयर करती दिखीं, जिससे फैंस का जोश और बढ़ा।

प्रीति जिंटा की मांगें: कोर्ट से क्या चाहती हैं?

प्रीति जिंटा ने कोर्ट में साफ-साफ कुछ मांगें रखी हैं:

  • 21 अप्रैल की EGM को गलत ठहराया जाए।
  • मुनीश खन्ना को निदेशक का काम करने से रोका जाए।
  • प्रीति और करण के बिना कोई नई मीटिंग न हो।
  • EGM के सारे फैसलों पर रोक लगे।

IPL फ्रेंचाइजी में हिस्सेदारी का महत्व

IPL की टीमें आजकल सोने की खान बन गई हैं। 2022 में दो नई टीमों (लखनऊ और गुजरात) के आने के बाद से एक IPL फ्रेंचाइजी की कीमत करीब 5500 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। यानी 11.5% शेयर की कीमत भी 550-700 करोड़ रुपये हो सकती है। इसलिए प्रीति जिंटा का शेयर बेचने पर सवाल उठाना समझ में आता है।

  • हिस्सेदारी सिर्फ पैसे की बात नहीं, बल्कि टीम के फैसलों में भी रोल अदा करती है।
  • पंजाब किंग्स (Punjab Kings) की वैल्यू बढ़ने से मालिकों का दबदबा भी बढ़ता है।

प्रीति जिंटा और नेस वाडिया: एक जटिल रिश्ता

प्रीति जिंटा और नेस वाडिया का रिश्ता शुरू से ही चर्चा में रहा है। 2008 में जब पंजाब किंग्स (Punjab Kings) खरीदी गई थी, तब दोनों रिलेशनशिप में थे। लेकिन 2009 में उनका ब्रेकअप हो गया। 2014 में प्रीति ने नेस पर दुर्व्यवहार का केस किया था, जो बाद में सुलझ गया। अब EGM के मामले में नेस का मोहित बर्मन का साथ देना प्रीति के लिए नई मुसीबत बन गया है।

क्या होगा पंजाब किंग्स पर असर?

ये झगड़ा पंजाब किंग्स (Punjab Kings) की इमेज को थोड़ा नुकसान पहुंचा सकता है। लेकिन मैदान पर टीम का खेल अभी तक शानदार है। श्रेयस अय्यर की कप्तानी में टीम मजबूत दिख रही है। फैंस को उम्मीद है कि ये मालिकों का झगड़ा जल्द सुलझ जाएगा, ताकि टीम का फोकस सिर्फ ट्रॉफी जीतने पर रहे।

IPL 2025: पंजाब किंग्स की रणनीति

पंजाब किंग्स (Punjab Kings) ने इस सीजन में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी और सधी हुई गेंदबाजी दिखाई है। 2025 के ऑक्शन में टीम ने श्रेयस अय्यर को 26.75 करोड़ रुपये में खरीदा, जो IPL की सबसे महंगी बोली थी।

  • ये दिखाता है कि पंजाब किंग्स (Punjab Kings) चैंपियन बनने के लिए कितनी गंभीर है।
  • लेकिन मालिकों का ये झगड़ा उनकी रणनीति को प्रभावित कर सकता है।

निष्कर्ष: क्या सुलझेगा यह विवाद?

प्रीति जिंटा का कोर्ट जाना दिखाता है कि वो अपनी हिस्सेदारी और पंजाब किंग्स (Punjab Kings) के फैसलों में पूरा दखल चाहती हैं। मोहित बर्मन और नेस वाडिया का इस मामले में क्या जवाब होगा, ये अभी साफ नहीं है। कोर्ट का फैसला इस झगड़े का भविष्य तय करेगा। तब तक, फैंस पंजाब किंग्स (Punjab Kings) को मैदान पर धमाल मचाते देखना चाहेंगे और कोर्ट में इस मसालेदार ड्रामे का इंतजार करेंगे।

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