जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले ने हर भारतीय का दिल दहला दिया। इस Pahalgam attack ने भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से चली आ रही तनातनी को और बढ़ा दिया। इस हमले में 26 बेकसूर लोग मारे गए, जिनमें कुछ विदेशी पर्यटक भी थे। भारत सरकार अब पाकिस्तान को हर तरह से जवाब देने की तैयारी में है। क्रिकेट की दुनिया में भी इसका असर दिख रहा है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने पर और सख्ती करने का फैसला किया है। इसी बीच, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने कुछ ऐसा बोल दिया, जिससे Pahalgam attack पर विवाद और गहरा गया।
पहलगाम आतंकी हमला: क्या हुआ?
पहलगाम के हरे-भरे बसारन घास मैदान में लोग प्रकृति का मजा ले रहे थे। तभी कुछ हथियारबंद आतंकियों ने अचानक गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। इस Pahalgam attack में 26 लोगों की जान चली गई। भारत ने इस हमले का इल्जाम पाकिस्तान से जुड़े आतंकी संगठनों पर लगाया। सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और सौरव गांगुली जैसे बड़े क्रिकेटरों ने इसकी कड़ी निंदा की। गांगुली ने तो साफ कह दिया कि अब भारत को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना ही बंद कर देना चाहिए।
शाहिद अफरीदी का बयान: क्या बोले?
शाहिद अफरीदी ने Pahalgam attack पर एक पाकिस्तानी टीवी चैनल पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान हमारा मजहब है, और हमारा मजहब शांति की बात करता है। हम हमेशा भारत के साथ अच्छे रिश्ते बनाने की कोशिश करते हैं। लेकिन भारत हमें हर बार धमकी देता है। हमें कभी नहीं पता कि हम भारत में क्रिकेट खेलने जाएंगे या नहीं। 2016 के वर्ल्ड कप में मैं कप्तान था। हम लाहौर में थे और हमें नहीं पता था कि भारत की फ्लाइट मिलेगी या नहीं। मेरा मानना है कि खेल से रिश्ते बेहतर होते हैं। तुम्हारी कबड्डी टीम तो हमारे यहां आती है, लेकिन क्रिकेट टीम क्यों नहीं? अगर करना है तो सब कुछ बंद करो, वरना ऐसा मत करो।”
अफरीदी ने ये भी कहा कि भारत बिना सबूत के पाकिस्तान पर इल्जाम लगा रहा है। उनके इस बयान ने Pahalgam attack को लेकर भारत में गुस्सा और बढ़ा दिया।
बीसीसीआई का सख्त रवैया
Pahalgam attack के बाद बीसीसीआई ने फैसला किया कि वो पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने को और कम करेगा। बीसीसीआई ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) को चिट्ठी लिखी कि भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में न रखा जाए। 2008 के मुंबई हमले के बाद से ही बीसीसीआई ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने से रोक रखा है। अब भारत और पाकिस्तान सिर्फ आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट में ही एक-दूसरे से खेलते हैं। लेकिन बीसीसीआई चाहता है कि ये भी अब न हो।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट: एक जटिल इतिहास
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट हमेशा से जोश और जुनून का खेल रहा है। लेकिन दोनों देशों ने आखिरी बार 2008 में एशिया कप के लिए एक-दूसरे का दौरा किया था। इसके बाद से सियासी तनाव और सुरक्षा की वजह से दोनों देशों के बीच क्रिकेट सीरीज बंद हैं। हाल ही में 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने अपने सारे मैच न्यूट्रल जगह पर खेले, क्योंकि पाकिस्तान मेजबान था। बीसीसीआई कहता है कि भारत सरकार की सलाह के बिना वो पाकिस्तान में नहीं खेल सकता। Pahalgam attack ने इस तनाव को और बढ़ा दिया।
एशिया कप 2023: क्या बदला?
2023 के एशिया कप में भी भारत और पाकिस्तान के बीच ठन गई थी। बीसीसीआई ने साफ कर दिया कि भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी। इसलिए टूर्नामेंट को न्यूट्रल जगह पर करवाया गया। उस वक्त अफरीदी ने बीसीसीआई को बच्चा कहकर ताना मारा था। अब अगले एशिया कप में पाकिस्तान की टीम भारत नहीं आना चाहती। वो चाहते हैं कि उनके मैच भी न्यूट्रल जगह पर हों। अभी टूर्नामेंट का शेड्यूल नहीं आया, लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच कम से कम दो मैच तो होंगे ही। Pahalgam attack की वजह से ये और पेचीदा हो गया।
| टूर्नामेंट | स्थान | भारत-पाकिस्तान मैच |
|---|---|---|
| चैंपियंस ट्रॉफी 2025 | न्यूट्रल वेन्यू | हां |
| एशिया कप 2023 | न्यूट्रल वेन्यू | हां |
| वर्ल्ड कप 2023 | भारत | हां |
अफरीदी के बयान पर विवाद क्यों?
अफरीदी का बयान कई वजहों से गुस्सा भड़का रहा है। सबसे पहले, उन्होंने Pahalgam attack में पाकिस्तान की किसी भी भूमिका से इनकार किया और भारत से सबूत मांगे। दूसरा, उन्होंने भारतीय सेना को “नाकारा” जैसे शब्द कहे, जिससे भारतीय फैंस भड़क गए। तीसरा, वो क्रिकेट से रिश्ते सुधारने की बात कर रहे हैं, लेकिन भारत की सुरक्षा चिंताओं को नजरअंदाज कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर लोग अफरीदी को खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं। एक फैन ने लिखा, “Pahalgam attack में 26 लोग मरे, और अफरीदी सबूत मांग रहे हैं? ये क्या मजाक है!” कई भारतीय क्रिकेटरों ने भी अफरीदी के बयान की निंदा की।
पाकिस्तानी क्रिकेटरों की चुप्पी
Pahalgam attack पर पाकिस्तान के ज्यादातर बड़े क्रिकेटर चुप हैं। शोएब अख्तर, बाबर आजम और इंजमाम-उल-हक ने एक शब्द नहीं बोला। लेकिन मोहम्मद हफीज और दानिश कनेरिया ने हमले की निंदा की और मारे गए लोगों के लिए दुख जताया। कनेरिया ने तो पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ को भी आड़े हाथों लिया।
भारत की प्रतिक्रिया: क्या कदम उठाए?
Pahalgam attack के बाद भारत ने कई बड़े कदम उठाए:
- सीमा बंद: पाकिस्तान से लगने वाली सारी सीमाएं सील कर दी गईं।
- सिंधु जल समझौता खत्म: भारत ने पानी बांटने का पुराना समझौता तोड़ दिया।
- वीजा रद्द: पाकिस्तानी नेताओं और अफसरों के वीजा कैंसिल कर दिए गए।
- पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी: भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी लोगों को वापस भेजा गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकियों और उनके मददगारों को “मिट्टी में मिला देंगे।” Pahalgam attack ने भारत को और सख्त कर दिया है।
क्रिकेट डिप्लोमेसी: कितनी कारगर?
अफरीदी का कहना है कि क्रिकेट से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते बेहतर हो सकते हैं। वो बोले, “क्रिकेट की वजह से दोनों देशों के लोग करीब आते हैं। भारतीय फैंस भी चाहते हैं कि पाकिस्तान उनकी जमीन पर खेले।” लेकिन भारत का मानना है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद नहीं करता, तब तक क्रिकेट को सियासत से अलग रखना मुश्किल है। Pahalgam attack ने इस बात को और पक्का कर दिया।
भविष्य में क्या होगा?
Pahalgam attack ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट को और मुश्किल में डाल दिया। बीसीसीआई साफ कह रहा है कि वो पाकिस्तान के साथ क्रिकेट नहीं खेलना चाहता। दूसरी तरफ, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को उम्मीद है कि न्यूट्रल जगह पर मैच हो सकते हैं। एशिया कप और आईसीसी टूर्नामेंट में दोनों टीमें भिड़ सकती हैं, लेकिन सियासी माहौल की वजह से कुछ भी पक्का नहीं है।
Pahalgam Terror Attack: शाहिद अफरीदी का शर्मनाक बयान, भारत से मांगे सबूत
निष्कर्ष
शाहिद अफरीदी का Pahalgam attack पर बयान बहुत विवाद खड़ा कर रहा है। भारत में लोग गुस्से में हैं, क्योंकि अफरीदी ने हमले को हल्के में लिया और उल्टा भारत पर ही इल्जाम लगाए। जहां भारत आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपना रहा है, वहीं अफरीदी क्रिकेट से रिश्ते सुधारने की बात कर रहे हैं। लेकिन जब तक अमन और भरोसा नहीं होगा, तब तक क्रिकेट जैसे खेल दोनों देशों को पास लाने में नाकाम रहेंगे।