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इन भारतीय क्रिकेटरों की अंग्रेजी है कमजोर, विदेशों में होती है परेशानी; देखें लिस्ट

इन भारतीय क्रिकेटरों की अंग्रेजी है कमजोर, विदेशों में होती है परेशानी; देखें लिस्ट

इन भारतीय क्रिकेटरों की अंग्रेजी है कमजोर, विदेशों में होती है परेशानी; देखें लिस्ट

भारतीय क्रिकेटर मैदान पर तो कमाल करते हैं, लेकिन कई बार अंग्रेजी बोलने में उनकी हालत खराब हो जाती है। विदेशों में प्रेस कॉन्फ्रेंस या इंटरव्यू में Indian cricketers struggling with English की वजह से उन्हें ट्रांसलेटर की जरूरत पड़ती है। हरभजन सिंह से लेकर अक्षर पटेल तक, कई खिलाड़ी हैं जो अंग्रेजी में सहज नहीं हैं। आइए, जानते हैं कौन-कौन से क्रिकेटर हैं, जो Indian cricketers struggling with English की लिस्ट में शामिल हैं। चलो, मस्ती भरे अंदाज में बात करते हैं!

अंग्रेजी भाषा: भारतीय क्रिकेटरों के लिए एक चुनौती

भारतीय क्रिकेटरों का फोकस तो खेल पर होता है, लेकिन विदेश में Indian cricketers struggling with English की वजह से थोड़ा पंगा हो जाता है। छोटे शहरों या गांवों से आने वाले ज्यादातर खिलाड़ी हिंदी या अपनी मातृभाषा में मस्त रहते हैं। अंग्रेजी बोलने में दिक्कत होने की वजह से प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनकी हालत टाइट हो जाती है। बीसीसीआई अब Indian cricketers struggling with English की समस्या को कम करने के लिए इंग्लिश सिखाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अभी भी कई खिलाड़ी हिंदी में ही कंफर्टेबल हैं।

हरभजन सिंह: पंजाबी में ज्यादा सहज

हरभजन सिंह, यानी भज्जी, तो अपने पंजाबी स्टाइल के लिए फेमस हैं। भज्जी ने खुद कहा है कि उनकी अंग्रेजी थोड़ी कच्ची है। Indian cricketers struggling with English की लिस्ट में उनका नाम भी है। विदेश में जब इंटरव्यू का टाइम आता था, तो भज्जी हिंदी या पंजाबी में जवाब देते थे। ट्रांसलेटर की मदद लेनी पड़ती थी। लेकिन भज्जी का दिल इतना बड़ा है कि वो मैदान पर अपनी फिरकी से सबको नचा देते हैं!

मोहम्मद शमी: हिंदी में करते हैं बात

मोहम्मद शमी, हमारे तेज गेंदबाज, गेंद से तो आग उगलते हैं, लेकिन Indian cricketers struggling with English की बात करें तो उनकी भी अंग्रेजी थोड़ी कमजोर है। जब भी शमी को प्लेयर ऑफ द मैच मिलता है, वो हिंदी में ही बात करते हैं। एक बार न्यूजीलैंड में शमी ने विराट कोहली को ट्रांसलेटर बनाया था, वो वीडियो तो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। शमी का हिंदी लव देखकर फैंस को भी मजा आता है।

हार्दिक पांड्या: टूटी-फूटी अंग्रेजी में कोशिश

हार्दिक पांड्या, यानी हमारा स्टाइलिश ऑलराउंडर! Indian cricketers struggling with English की लिस्ट में हार्दिक भी हैं। वो अंग्रेजी में कोशिश तो करते हैं, लेकिन शुरू-शुरू में उनकी हालत पतली हो जाती थी। अब हार्दिक थोड़ी-बहुत इंग्लिश बोल लेते हैं, पर हिंदी में वो ज्यादा मस्त लगते हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में हार्दिक का देसी अंदाज फैंस को खूब भाता है।

नवदीप सैनी: गेंदबाजी में माहिर, अंग्रेजी में कमजोर

नवदीप सैनी की तेज गेंदबाजी तो विपक्षी टीम को ढेर कर देती है, लेकिन Indian cricketers struggling with English की बात करें तो उनकी अंग्रेजी थोड़ी कमजोर है। हरियाणा का ये लाडला हिंदी में ही बात करना पसंद करता है। विदेश में जब इंटरव्यू का टाइम आता है, तो सैनी ट्रांसलेटर की मदद लेते हैं। लेकिन मैदान पर उनकी गेंदें बोलती हैं, और वो काफी है!

अक्षर पटेल: आईपीएल में भी हिंदी पसंद

अक्षर पटेल, गुजरात का ऑलराउंडर, मैदान पर तो कमाल करते हैं, लेकिन Indian cricketers struggling with English की लिस्ट में उनका भी नाम है। आईपीएल 2025 में भी अक्षर ज्यादातर हिंदी में ही बात करते दिखे। विदेशी दौरों पर उनकी अंग्रेजी की कमी कई बार चर्चा में रही। लेकिन अक्षर का देसी स्टाइल और गेम फैंस को दीवाना बना देता है।

अन्य क्रिकेटर जिन्हें अंग्रेजी में होती है दिक्कत

Indian cricketers struggling with English की लिस्ट में और भी कई खिलाड़ी हैं। आइए, कुछ और नाम देखते हैं:

क्रिकेटर का नामभाषा में दिक्कतपसंदीदा भाषा
उमेश यादवअंग्रेजी में कमजोरहिंदी
प्रवीण कुमारअंग्रेजी से बचते थेहिंदी
यजुवेंद्र चहलशुरुआत में दिक्कतहिंदी

बीसीसीआई की भूमिका: अंग्रेजी सिखाने की कोशिश

बीसीसीआई अपने खिलाड़ियों को Indian cricketers struggling with English की समस्या से बचाने के लिए इंग्लिश सिखाने की क्लास चलाता है। इन क्लास में खिलाड़ियों को प्रेस कॉन्फ्रेंस, इंटरव्यू और पब्लिक स्पीकिंग सिखाई जाती है। फिर भी, कई खिलाड़ी हिंदी या अपनी मातृभाषा में ही मस्त रहते हैं। और ये भी तो अपनी बात है, हिंदी में बात करने का अपना अलग मजा है!

विदेशी दौरों पर ट्रांसलेटर की जरूरत

विदेश में, खासकर ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड या न्यूजीलैंड में, सारे सवाल अंग्रेजी में होते हैं। Indian cricketers struggling with English की वजह से ट्रांसलेटर की जरूरत पड़ती है। कई बार विराट कोहली या रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी अपने दोस्तों की मदद करते हैं। ये देखकर फैंस को भी मजा आता है, क्योंकि टीम का भाईचारा दिखता है।

भाषा की कमी से होने वाली परेशानियां

Indian cricketers struggling with English की वजह से कई बार अजीब सिचुएशन बन जाती है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में गलत जवाब देने का डर रहता है। कभी-कभी मीडिया भी मजाक उड़ाता है, जिससे खिलाड़ी का कॉन्फिडेंस डाउन हो जाता है। कोच या विदेशी खिलाड़ियों से बात करने में भी दिक्कत होती है। लेकिन हमारे देसी खिलाड़ी फिर भी रॉकस्टार हैं!

समय के साथ सुधार: कुछ खिलाड़ियों की कहानी

कई खिलाड़ियों ने Indian cricketers struggling with English की प्रॉब्लम को धीरे-धीरे ठीक किया। जैसे:

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अंग्रेजी सीखने की प्रेरणा

अंग्रेजी सीखने से खिलाड़ियों का कॉन्फिडेंस बढ़ता है। बीसीसीआई की क्लास, दोस्तों की मदद और बार-बार इंटरव्यू देने से उनकी भाषा सुधर रही है। कुछ खिलाड़ी प्राइवेट टीचर भी रखते हैं। Indian cricketers struggling with English की प्रॉब्लम को खत्म करने के लिए ये सारी कोशिशें हो रही हैं।

हिंदी और मातृभाषा का महत्व

अंग्रेजी जरूरी है, लेकिन हिंदी और अपनी मातृभाषा में बात करने का अपना मजा है। भारत में हिंदी और पंजाबी जैसे भाषाएं खिलाड़ियों को फैंस से जोड़ती हैं। Indian cricketers struggling with English हो सकते हैं, लेकिन हिंदी में उनका देसी अंदाज फैंस को दीवाना बना देता है।

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निष्कर्ष: भाषा से ज्यादा खेल महत्वपूर्ण

Indian cricketers struggling with English की प्रॉब्लम तो है, लेकिन हमारे खिलाड़ी मैदान पर अपनी परफॉर्मेंस से सबका दिल जीत लेते हैं। हरभजन, शमी, हार्दिक, सैनी और अक्षर जैसे खिलाड़ी अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से जवाब देते हैं। बीसीसीआई की मदद से भविष्य में ये प्रॉब्लम भी खत्म हो जाएगी। तो, बताओ, तुम्हारा फेवरेट क्रिकेटर कौन है? कमेंट में जरूर बताना!

Author

  • मैं आदर्श तिवारी, पिछले 8 सालों से क्रिकेट से जुड़ी खबरों, विश्लेषण और अपडेट्स पर काम कर रहा हूं। मेरे पास 3 फेसबुक पेज और एक यूट्यूब चैनल हैं, जिनके ज़रिए लाखों दर्शकों तक क्रिकेट कंटेंट पहुंचाता हूं। भरोसेमंद जानकारी देना ही मेरा मकसद है।

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